Chirag Ki Kalam ( चिराग की कलम )

जिंदगी का नशा ही काफी है ……

Month: April 2011

Poetry For Lover | मेरे महबूब

  वो लटे तेरे बालो की    कुछ कहती वो निगाहे तेरी     होठ तेरे सुर्ख लाल    करते हैं कमाल        वो चुलबुला अंदाज़    वो मीठी सी आवाज़     जब जब देखता हूँ तेरी Read more…

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