ऐ चाँद आज धीरे चल, चाँदनी के साथ तू भी मचल आज तू तारो को भी रोक ले , मदहोश हो जा तू भी मोहब्बत के नशे में ऐ चाँद आज अमावस तो नहीं हैं फिर भी तू कही Read more…
ऐ चाँद आज धीरे चल, चाँदनी के साथ तू भी मचल आज तू तारो को भी रोक ले , मदहोश हो जा तू भी मोहब्बत के नशे में ऐ चाँद आज अमावस तो नहीं हैं फिर भी तू कही Read more…