Chirag Ki Kalam ( चिराग की कलम )

जिंदगी का नशा ही काफी है ……

Poem For Wife

Karwa Chauth Poem

मैं रहूंगा जब तू सुबह उठ कर अपनी जुल्फो को सवार रही होगी ,तब सुबह की उस ताज़गी मे ,मैं रहूंगा  …   मुस्कुरा कर जब तू आइने मे देख रही होगी खुद को ,तब उस आइने मे संग तेरे,मैं Read more…

Follow us on Social Media