Memories Of Love | फिर तेरी याद आयी
भीनी भीनी सी मिट्टी की महक आयी ओस की बूंदों से पत्तो पर चमक आयी पीछे मुड़कर जब देखा मैंने तो याद तेरी फिर आयी अँधेरे को दूर कर सूरज की रोशनी आयी सन्नाटे को चीरती चिडियों की चहचाहट आयी राज कई बंद हैं सीने में मेरे और उन्हें खोलने हँसी तेरी फिर आयी तेरी बातो का जादू हैं कुछ ऐसा पत्थर भी सुनने लगे हैं ये कुछ ऐसा मधुशाला की और बढ़ते हुए मेरे कदमो को रोकने तेरी नशीली निगाहे फिर आयी मुस्कुराते हुए वो पल फिर आये , तेरी जुल्फों की छाव ले आये सोचा था फिर होगी मुलाकात तुझसे पर तुझे मुझसे छिनने ज़माने के ये रिवाज फिर आये . (चिराग ) Poem On City | कौन रहता है इस शहर में Memories Of Love | Love Quotes | Memories Of Love Drama Eng Sub | Memories Of Love Ep 1 | Love Ending | Love Book | Love Trailer | Love Images